युग-संधि के इस पार

राजनन्दन सिंह

मेरी नज़र में इस संग्रह की सभी रचनाओं में कुछ न कुछ संदेश एवं साहित्यिक निष्कर्ष निहित है। मुझे आशा है कि वरिष्ठ कवि लेखक साहित्यकार साहित्यप्रेमी एवं सुधि पाठकों को इस संग्रह की कविताएँ अच्छी लगेंगी वे इसे दिल से पढ़ेंगे और निःसंकोच अपनी सच्ची प्रतिक्रिया भी देंगे। आलोचनाओं एवं सुझावों का विशेष स्वागत है जो आगामी संकलनों में मुझे और बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध होंगी।

— राजनन्दन सिंह

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