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वह अब भी वहीं है
हर उपन्यास, कहानी के पीछे भी एक कहानी होती है। जो उसकी बुनियाद की पहली शिला होती है। उसी पर पूरी कहानी या उपन्यास अपनी इमारत खड़ी करता है। यह उपन्यास भी कुछ ऐसी ही स्थितियों से गुज़रता हुआ अपना पूरा आकार ग्रहण कर सका
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संभावनाओं की धरती - कैनेडा गद्य संकलन
कैनेडा के गद्य संकलन ’संभावनाओं की धरती’ में गद्य की अनेक विधाओं के समर्थ भविष्य का संभावना चित्र उकेरते २१ लेखक आपको दिखाई देंगे।ये गद्य रचनाएँ आप्रवासी भारतीयों के संघर्ष और शक्ति, सुख और दुख, अकेलेपन से मित्र-समूह बनाने और नए समाज में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करवाने तक की यात्राओं के अनुभवों को दिखाती हैं।
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पतियों का एक्सचेंज ऑफर
पति अपने को बुद्धिमान व पत्नी को कई बार कमतर समझता है। यह उसकी ग़लत-फ़हमी होती है। पत्नी पति की छोटी से छोटी चीज़ों पर नज़र रखती है जिसकी कि उसे भनक तक नहीं होती। हाँ इसके पीछे उसका उद्देश्य सकारात्मक ही होता है।
– सुदर्शन सोनी
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सपनों का आकाश - कैनेडा पद्य संकलन
इस संकलन के इकतालीस कवियों में कैनेडा के वरिष्ठ पीढ़ी के कवि भी हैं और नई पीढ़ी के भी। ये निरंतर अपने को माँज रहे हैं, शब्दों के बीच भावनाओं के गहरे रंग आँज रहे हैं, चिंतन की तलवार, जीवन के युद्ध में भाँज रहे हैं..! इनकी कविताएँ परिष्कार की राह पर जाती एक सामूहिक शक्ति मार्च की तरह हैं जो निश्चित ही अपने गंतव्य तक पहुँचेंगी।
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बेनज़ीर - दरिया किनारे का ख़्वाब
प्रदीप श्रीवास्तव का दूसरा उपन्यास ’बेनज़ीर - दरिया किनारे का ख़्वाब’ विपरीत परिस्थितियों के अंधकार को चीर कर प्रकाश की ओर की यात्रा की कहानी है। अगर जीवन-साथी हमसफ़र और हमक़दम हो तो कुछ भी असम्भव नहीं।