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भीगे पंख
"यह कहानी विभिन्न मनःस्थितियों में जी रहे तीन ऐसे पात्रों की कहानी है जो असामान्य जीवन जीने को अभिशप्त हैं...........तीनों पात्र मोहित, सतिया और रज़िया असामान्य परंतु एक दूसरे से भिन्न जीवनस्थितियों में जीने वाले व्यक्ति हैं जो भवसागर में गोते लगाते हुए एक दूसरे के निकट आ गये हैं- मोहित ‘आई ऐम नॉट ओ.के. : यू आर ओ.के.’ की चाइल्ड की जीवनस्थिति में है, सतिया ‘आई ऐम ओ.के. : यू आर नॉट ओ.के.’ की
Author's Info
पूर्व पुलिस महानिदेशक
सामाजिक कार्य : ज्ञान प्रसार संस्थान, भारतीय भाषा प्रतिष्ठापन राष्ट्रीय परिषद, राइटर्स ऐंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन, वानप्रस्थ संस्थान की अध्यक्षता
प्रकाशित पुस्तकें-
उपन्यास : उर्मि, भीगे पंख, मानिला की योगिनी
कहानी संग्रह : एक बौना मानव, सत्यबोध, लव जिहाद, इमराना हाजिर हो
कविता संग्रह : सर्जना के स्वर, अनजाने आकाश में,
व्यंग्य संग्रह : क्लियर फ़ंडा, भज्जी का जूता, महेश चंद्र द्विवेदी के 51 व्यंग्य, वीरप्पन की मूंछेँ, चुनिंदा व्यंग्य
संस्मरण : प्रिय अप्रिय प्रशासकीय प्रसंग
ENGLISH : Interesting Exposures of Administration (English)
देश-विदेश की अनेक पत्र-पत्रिकाओं में अनवरत प्रकाशन
अन्य : देश-विदेश से 75 से अधिक सम्मान एवं पुरस्कार, स्वयं के साहित्य पर विश्वविद्यालय में शोध, विश्व हिंदी सम्मेलन, न्यू यॉर्क, अंतर्राष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन, मिस्र, चाइना एवं दुबई तथा ‘शतो द लाविनी’ राइटर्स रेज़ीडेंसी, स्विट्ज़रलैंड में भागीदारी