शिष्टाचार के बहाने
पुलिस मुहकमे में फरमान जारी हुआ कि वे शिष्टाचार सप्ताह मनाएँगे।
आम जनता का दहशत में आना लाज़िमी सा हो गया।
वे किसी भी पुलिसिया हरकत को सहज में लेते नहीं दीखते।
डंडे का ख़ौफ़ इस कदर हावी है कि सिवाय इसके, वर्दी के पीछे सभ्य सा कुछ दिखाई नहीं देता। पुलिस के हत्थे आप चढ़ गए, तो पुरखों तक के रिकार्ड और फ़ाइल वे मिनटों में डाउनलोड करवा लेते हैं।