भोला विनायक
स्वर्गीय पंडित बालकृष्ण भट्ट द्वारा “नूतन ब्रह्मचारी’ नामक एक लघु उपन्यास आधार बनाते हुए, मैंने एक मनोरंजक नाटक तैयार किया है। जिसका नाम रखा है “भोला विनायक”। कहानी में कुछ बदलाव लाकर मैंने इस नाटक में हास्य रस लाने की कोशिश की है। मैंने इस पुस्तक के पहले दो हास्य नाटक लिखे हैं उन पुस्तकों का नाम है, “कहाँ जा रिया है, कढ़ी खायोड़ा और गाड़ी के मुसाफ़िर”। -दिनेश चन्द्र पुरोहित